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Khatu Shyam

Baba Seva Foundation

खाटू श्याम कब खुलता है और कब रहता है|

सर्दियों में: मंदिर सुबह 5:30 से दोपहर 1:00 बजे तक और शाम 5:00 से रात 9:00 बजे तक खुला रहता है।

गर्मियों में: गर्मियों में मंदिर सुबह 4:30 से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम 4:00 से रात 10:00 बजे तक खुला रहता है।

Shree Khatu Shyam Ji

पहले खाटू श्याम जी का नाम बर्बरीक था। वे बलवान गदाधारी भीम और नाग कन्या मौरवी के पुत्र थे। बचपन से ही उनमें वीर योद्धा बनने के सभी गुण थे। उन्होंने युद्ध करने की कला अपनी मां और श्रीकृष्ण से सीखी थी। उन्होंने भगवान शिव की घोर तपस्या करके तीन दिव्य बाण प्राप्त किए। ये तीनों बाण उन्हें तीनों लोकों में विजयी बनाने के लिए पर्याप्त थे। खाटू श्याम मंदिर की उत्पत्ति से जुड़ी कई किंवदंतियां प्रचलित हैं। कहा जाता है कि जब महाभारत की लड़ाई समाप्त हुई, तो बर्बरीक का सिर पास के खाटू गांव में दफना दिया गया था। कई वर्षों तक यह स्थल अज्ञात रहा, लेकिन कलियुग के प्रारंभ में एक दिन एक गाय उस स्थान पर पहुंची और अचानक उसके थन से दूध गिरने लगा। ग्रामीण आश्चर्यचकित हो गए और उन्होंने उस स्थान पर खुदाई की। तब उन्हें बर्बरीक का सिर प्राप्त हुआ। बाद में भगवान श्रीकृष्ण की प्रेरणा से वहां भव्य मंदिर का निर्माण किया गया, जिसे आज श्री खाटू श्याम जी मंदिर के नाम से जाना जाता है।

भक्त सेवाएं

Khatu ji Darshan

Experience divine blessings and peace with the sacred darshan of Khatu Shyam Baba!…

Bus Yatra

Join our sacred Bus Yatra to Khatu Shyam Baba and embark on a journey of devotion and blessings!…

Social Welfare

Spreading kindness and upliftment through our dedicated social welfare initiatives!…

Bhandara

Serve and share divine blessings through our sacred Bhandara for all devotees!…

हम क्या करते हैं

खाटू श्याम बाबा सेवा फाउंडेशन जनता के लाभ के लिए स्कूलों, कॉलेजों, शिक्षा संस्थानों, मुफ्त औषधालयों, गरीबों के भोजन के लिए केंद्र और वृद्धों के लिए घरों के निर्माण और संचालन में सहायता करता है।

खाटू श्याम बाबा सेवा फाउंडेशन जरूरतमंद और योग्य छात्रों को शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, कौशल विकास आदि के लिए अनुदान, छात्रवृत्ति, फेलोशिप और अन्य प्रकार की वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
खाटू श्याम बाबा सेवा फाउंडेशन ने निवारक स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता सहित स्वास्थ्य देखभाल पर जागरूकता फैलाई और किसी भी बीमारी, बीमारी, विकलांगता, विकार या बीमारी के इलाज के लिए अस्पतालों, नर्सरी घरों, स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा दिया। …

जय श्री श्याम!

॥ श्री खाटू श्याम आरती ॥

ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे । निज भक्तन के तुमने, पूरण काम करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।
गल पुष्पों की माला, सिर पर मुकट धरे । पीत बसन पीतांबर, कुण्डल कर्ण पड़े ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।
रत्नसिंहासन राजत, सेवक भक्त खड़े । खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जरे॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।
मोदक खीर चूरमा, सुवर्ण थाल भरे । सेवक भोग लगावत, सिर पर चंवर ढुरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।
झांझ, नगारा और घड़ियाल, शंख मृदंग घुरे । भक्त आरती गावें, जय जयकार करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।
जो ध्यावे फल पावे, सब दुख से उबरे । सेवक जब निज मुख से, श्री श्याम श्याम उचरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे । गावल दासमनोहर, मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे ।

!! श्री श्याम स्तुति !!

हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये
दस आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज
धन्य ढूंढारो देश हे खाटू नगर सुजान
अनुपम छवि श्री श्याम की दर्शन से कल्याण

श्याम श्याम तो में रटूं श्याम हैं जीवन प्राण
श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम
खाटू नगर के बीच में बण्यो आपको धाम
फाल्गुन शुक्ल मेला भरे जय जय बाबा श्याम

फाल्गुन शुक्ला द्वादशी उत्सव भरी होए
बाबा के दरबार से खाली जाये न कोए
उमा पति लक्ष्मी पति सीता पति श्री राम
लज्जा सब की रखियो खाटू के बाबा श्याम

पान सुपारी इलायची इत्तर सुगंध भरपूर
सब भक्तो की विनती दर्शन देवो हजूर
आलू सिंह तो प्रेम से धरे श्याम को ध्यान
श्याम भक्त पावे सदा श्याम कृपा से मान

जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम
खाटू वाले बाबा जय श्री श्याम
लीलो घोड़ो लाल लगाम
जिस पर बैठ्यो बाबो श्याम

॥ॐ श्री श्याम देवाय नमः॥

"देहरादून श्याम जी मंदिर और इसके दिव्य मिशन का समर्थन करने के लिए अभी दान करें! आपकी उदारता हमें समाज की सेवा करने और श्याम जी के आशीर्वाद को फैलाने में मदद करती है!"

ट्रस्ट द्वारा आम जनता के लाभ के लिए कई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं;
उनमें से कुछ नीचे सूचीबद्ध हैं:

Free health care facilities

Free health care facilities

"ज़रूरतमंद लोगों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं के साथ स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित करना। करुणा और समर्पण के साथ चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के हमारे मिशन में शामिल हों!"

Provides the Pooja Samagri

Provides the Pooja Samagri

"दिव्य पूजा अनुभव के लिए शुद्ध और पवित्र पूजा सामग्री की पेशकश। हमारी सावधानीपूर्वक चयनित आध्यात्मिक आवश्यक वस्तुओं के साथ अपनी प्रार्थनाओं को समृद्ध करें!"

Provides food for the Sadhu-Sants

Provides food for the Sadhu-Sants

"हम भक्ति के साथ पवित्रता की सेवा करते हुए साधु-संतों के लिए पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराते हैं। आध्यात्मिकता के प्रति समर्पित लोगों का समर्थन करने के लिए इस महान सेवा में हमारे साथ जुड़ें!"

Provides help in Gaushalas

Provides help in Gaushalas

"प्यार और देखभाल के साथ गौशालाओं का समर्थन करना, पवित्र गायों की भलाई सुनिश्चित करना। हमारी सेवा पहल के माध्यम से गौ माता की सेवा और सुरक्षा में हमारे साथ जुड़ें!"

Helps in the tree plantation

Helps in the tree plantation

"एक हरियाली भरे कल के लिए योगदान करते हुए, हम स्वस्थ पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण का समर्थन करते हैं। इस महान कार्य के माध्यम से प्रकृति का पोषण करने और आशीर्वाद फैलाने में हमारे साथ जुड़ें!"

Provides free books and dresses in the education field

Provides free books and dresses in the education field

"वंचित वर्ग के छात्रों के लिए निःशुल्क पुस्तकें और पोशाकें उपलब्ध कराकर शिक्षा को सशक्त बनाना। ज्ञान और सहायता के उपहार से युवा मस्तिष्कों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में हमारी सहायता करें!"

|| श्री खाटू श्याम चालीसा -1 ||

श्री गुरु चरणन ध्यान धर, सुमीर सच्चिदानंद।
श्याम चालीसा बणत है, रच चौपाई छंद।
|| चौपाई ||

श्याम-श्याम भजज बारंबारा। सहज ही हो भवसागर पारा। इन सम देव न दूजा कोई। ददन दयालु न दाता होई।।

भीम सुपुत्र अदहलावाती जाया। कही भीम का पौत्र कहलाया। यह सब कथा कही कल्पांतर। तननक न मानो इसमें अंतर।।

बबबरीक नवष्णु अवतारा। भक्तन हेतु मनुज तन धारा। बासुदेव देवकी प्यारे। जसुमनत मैया नंद दुलारे।।

मधुसूदन गोपाल मुरारी। वृजककशोर गोवधबन धारी। जसयाराम श्री हरर गोनबंदा। ददनपाल श्री बाल मुकुंदा।।

दामोदर रण छोड़ नबहारी। नाथ द्माररकाधीश खरारी। राधाबल्लभ रुक्मणण कंता। गोपी बल्लभ कंस हनंता।।

मनमोहन चचत चोर कहाए। माखन चोरर-चारर कर खाए। मुरलीधर यदुपनत घनश्यामा। कृष्ण पनतत पावन अभभरामा।।

मायापनत लक्ष्मीपनत ईशा। पुरुषोत्तम केशव जगदीशा। नवश्वपनत जय भुवन पसारा। दीनबंधु भक्तन रखवारा।।

प्रभु का भेद न कोई पाया। शेष महेश थके मुननराया। नारद शारद ऋकष योगगंदरर। श्याम-श्याम सब रटत ननरंतर।।

कनव कोदी करी कनन गगनंता। नाम अपार अथाह अनंता। हर सृष्टी हर सुग में भाई। ये अवतार भक्त सुखदाई।।

ह्रदय मादह करर देखु नवचारा। श्याम भजे तो हो ननस्तारा। कौर पढावत गणणका तारी। भीलनी की भगक्त बजलहारी।।

ह्रदय मादह करर देखु नवचारा। श्याम भजे तो हो ननस्तारा। कौर पढावत गणणका तारी। भीलनी की भगक्त बजलहारी।।

सती अदहल्या गौतम नारी। भई श्रापवश जशला दुलारी। श्याम चरण रज चचत लाई। पहुंची पनत लोक में जाही।।

अजानमल अरु सदन कसाई। नाम प्रताप परम गनत पाई। जाके श्याम नाम अधारा। सुख लहदह दुःख दूर हो सारा।।

श्याम सलोवन है अनत सुंदर। मोर मुकुट जसर तन पीतांबर। गले बैजंती माल सुहाई। छनव अनूप भक्तन मान भाई।।

श्याम-श्याम सुनमरहु ददन-राती। श्याम दुपहरर कर परभाती। श्याम सारथी जजस रथ के। रोड़े दूर होए उस पथ के।।

श्याम भक्त न कही पर हारा। भीर परर तब श्याम पुकारा। रसना श्याम नाम रस पी ले। जी ले श्याम नाम के ही ले।।

संसारी सुख भोग नमलेगा। अंत श्याम सुख योग नमलेगा। श्याम प्रभु हैं तन के काले। मन के गोरे भोले-भाले।।

श्याम संत भक्तन दहतकारी। रोग-दोष अध नाशे भारी। प्रेम सदहत जब नाम पुकारा। भक्त लगत श्याम को प्यारा।।

खाटू में हैं मथुरावासी। पारब्रह्म पूणब अनवनाशी। सुधा तान भरर मुरली बजाई। चहु ददजश जहां सुनी पाई।।

वृद्ध-बाल जेते नारर नर। मुग्ध भये सुनन बंशी स्वर। हड़बड़ कर सब पहुंचे जाई। खाटू में जहां श्याम कन्हाई।।

जजसने श्याम स्वरूप ननहारा। भव भय से पाया छुटकारा।

||दोहा ||

श्याम सलोने संवारे, बबबरीक तनुधार।

इच्छा पूणब भक्त की , करो न लाओ बार । ।

Blog

This category will focus on the divine wisdom, teachings, and miraculous stories related to Khatu Shyam Ji and Hindu spirituality. It will help devotees understand the deeper meaning of faith, devotion, and righteous living.

जय श्री श्याम!
The Legend of Khatu Shyam Ji

The story of Barbarik, his devotion, and how he became Khatu Shyam Ji.

जय श्री श्याम!
Power of Bhakti (Devotion)

How true devotion can transform lives.

जय श्री श्याम!
Teachings from Khatu Shyam Ji’s Life

Lessons of faith, sacrifice, and selfless service.

Divine Seva & Blessings:

"Join us in our mission to serve humanity through the Khatu Shyam Baba Seva Foundation. From supporting the needy to promoting spiritual growth, we strive to make a difference in every life we touch."

Shri khatu shyam ji bus yatra

श्री खाटू श्याम जी बस यात्रा भक्तों के लिए एक पवित्र और दिव्य अनुभव है, जहाँ श्रद्धालु भजन-कीर्तन के साथ बाबा श्याम के दर्शन के लिए निकलते हैं। इस यात्रा के दौरान भक्तजन पूरे उत्साह और भक्ति भाव से नाम संकीर्तन करते हैं, जिससे माहौल भक्तिमय बन जाता है।

यात्रा के दौरान सुविधाजनक बस सेवा, भोजन व्यवस्था और विश्राम की पूरी व्यवस्था होती है, जिससे भक्तजन निर्बाध रूप से अपनी यात्रा का आनंद उठा सकें। बाबा श्याम की कृपा से यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है बल्कि भक्तों के मन में अपार श्रद्धा और समर्पण भी उत्पन्न करती है।...

Aarti timeing in khatu shyam

खाटू श्याम मंदिर में दिन में पांच बार आरती होती है. इन आरतियों का समय इस प्रकार है:

मंगला आरती सुबह

05:30

श्रृंगार आरती सुबह

07:30

भोग आरती दोपहर

12:30

संध्या आरती शाम

07:15

शयन आरती रात

09:00

"आपका दान जरूरतमंदों की सहायता और धार्मिक सेवाओं को बनाए रखने में सहायक होगा। खाटू श्याम बाबा की कृपा से, आपका सहयोग समाज में भक्ति और सेवा की ज्योत जलाए रखेगा।"

खाटू श्याम जी: श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक

खाटू श्याम जी को कलियुग के साक्षात देवता के रूप में पूजनीय माना जाता है। उनकी कृपा से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। राजस्थान के खाटू नगर में स्थित यह दिव्य मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। हर साल लाखों भक्त यहाँ आकर बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

श्री खाटू श्याम जी की महिमा अनंत और अपरंपार है। उनकी शरण में आने वाला हर भक्त अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति पाकर आनंद की अनुभूति करता है। बाबा के दरबार में कीर्तन, भजन, और सेवा के माध्यम से अनगिनत श्रद्धालु अपनी भक्ति अर्पित करते हैं। विशेष रूप से फाल्गुन मास की एकादशी पर आयोजित विशाल मेले में भक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है।

बाबा श्याम के नाम की महिमा इतनी दिव्य है कि "हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा" का जयकारा लगाते ही मन को शांति मिलती है। उनकी भक्ति में डूबकर हम अपने जीवन को सुखमय और मंगलमय बना सकते हैं। जो भी सच्चे मन से बाबा को पुकारता है, उसकी हर इच्छा पूर्ण होती है।

Gallery

|| श्री खाटू श्याम चालीसा -2 ||

|| चौपाई ||

 जय हो सुंदर श्याम हमारे , मोर मुकुट मणणमय हो धारे ।कानन के कुण्डल मोहे ,पीत वस्त्र कहत दुद माला , साँवरी सूरत भुजा नवशाला । ।

न ही दोन लोक के स्वामी , घट घट के हो अंतरयामी । प􀋤नाभ नवष्णु अवतारी , अखखल भुवन के तुम रखवारी । ।

खाटू में प्रभु आप नवराजे , दशबन करते सकल दुःख भाजे ।इत जसंहासन आय सोहते , ऊपर कलशा स्वणब मोहते ।।

अगद अनट अच्युत जगदा , माधव सुर नर सुरपनत ईशा । बाजत नौबत शंख नगारे , घंटा झालर अनत इनकारे । ।

माखन नमश्री भोग लगावे , ननत्य पुजारी चंवर लावे । जय जय कार होत सब भारी , दुःख नबसरत सारे नर नारी ।।

जो कोई तुमको मन से ध्याता , मन वांचछत फल वो नर पाता । जन मन गण अभधनायक तुम हो , मधुमय अमृत वाणी तुम हो ।।

नव􀋥ा के भण्डार तुम्ही हो , सब ग्रंथन के सार तुम्ही हो । आदद और अनादद तुम हो , कनवजन की कनवता में तुम हो ।।

नील गगन की ज्योनत तुम हो , सूरज चाँद जसतारे तुम हो ।तुम हो एक अरु नाम अपारा , कण कण में तुमरा नवस्तारा । ।

भक्तों के भगवान तुम्हीं हो , ननबबल के बलवान तुम्ही हो ।तुम हो श्याम दया के सागर , तुम हो अनंत गुणों के सागर । ।

मन दृढ राखख तुम्हें जो ध्यावे , सकल पदारथ वो नर पावे । तुम हो कप्रय भक्तों के प्यारे , दीन दुःखी जन के रखवारे । ।

पुत्रहीन जो तुम्हें मनावे , ननश्चय ही वो नर सुत पावे । जय जय जय श्री श्याम नबहारी , मैं जाऊँ तुम पर बजलहारी ।।

जनम मरण सों मुगक्त दीजे , चरण शरण मुझको रख लीजे । ।प्रातः उठ जो तुम्हें मनावें , चार पदारथ वो नर पावें ।।

तुमने अधम अनेकों तारे , मेरे तो प्रभु तुम्ही सहारे ।मैं हूँ चाकर श्याम तुम्हारा , दे दो मुझको तननक सहारा ।।

कोढी जन आवत जो द्मारे , नमटे कोढ भागत दु : ख सारे ।नयनहीन तुम्हारे कढंग आवे , पल में ज्योनत नमले सुख पावे ।।

मैं मूरख अनत ही खल कामी , तुम जानत सब अंतरयामी ।एक बार प्रभु दरसन दीजे , यही कामना पूरण कीजे ।।

जब जब जनम प्रभु मैं पाऊँ , तब चरणों की भगक्त पाऊँ । ।मैं सेवक तुम स्वामी मेरे , तुम हो कपता पुत्र हम तेरे ।।

मुझको पावन भगक्त दीजे , क्षमा भूल सब मेरी कीजे ।पढे श्याम चालीसा जोई , अंतर में सुख पावे सोई । ।

सात पाठ जो इसका करता , अन्न धन से भंडार है भरता । जो चालीसा ननत्य सुनावे , भूत कपशाच ननकट नदहं आवे । ।

सहस्र बार जो इसको गावदह , ननश्चय वो नर मुगक्त पावदह । ।ककसी रूप में तुमको ध्यावे , मन चीते फल वो नर पावे । ।

‘ नन्द ‘ बसो दहरदय प्रभु मेरे , राखो लाज शरण मैं तेरे । ।

Helping companies to build the future.

Smart and effective business solutions.

Our process applies techniques from a variety of disciplines, values distinction in detail and gives

Many strands of place-making, environmental stewardship, social equity and economic viability into the creation of places with distinct beauty and identity.
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